आज राजभवन में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ चारधाम यात्रा से संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की पहचान है यह यात्रा हमारी आर्थिक व्यवस्था और आस्था से जुड़ी हुई है। वर्ष 2025 राज्य स्थापना की रजत जयंती का वर्ष है, इस बार की यात्रा को एक पर्व और उत्सव की भावना से आयोजित किया जाना चाहिए। प्रत्येक तीर्थयात्री हमारा ब्रांड एंबेसडर है, उनका स्वागत, सेवा और आतिथ्य इस भावना से किया जाना चाहिए कि वह सुखद और अविस्मरणीय अनुभव लेकर लौटें।