मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि जरूरतमंदों को समय पर एंबुलेंस और एयर एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। यह सुनिश्चित करते हुए अविलम्ब इसकी एसओपी तैयार की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि अस्वस्थता के कारण किसी मृतक व्यक्ति के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारजनों द्वारा मृतक के दाह संस्कार में कठिनाई व्यक्त करने पर इसके लिए आर्थिक सहायता अथवा मृतक व्यक्ति के दाह संस्कार की व्यवस्था संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी अपने स्तर से सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने ऐसे परिवारों, जिन्हें अपने परिजन के शव को उनके घर तक पहुंचाने के लिए आर्थिक समस्या हो रही हो, ऐसे व्यक्ति के शव को एबुलेंस के माध्यम से घर तक पहुंचाने की व्यवस्था भी जिलाधिकारी अपने स्तर से करेंगे।
मुख्यमंत्री ने शीतकालीन चारधाम यात्रा के तहत उनके शीतकालीन स्थलों के पौराणिक महत्व एवं प्रभावी प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थलों का प्राचीन काल से ही अपना विशिष्ट महत्व रहा है और श्रद्धालु इन स्थलों पर देव दर्शन करते रहे हैं। इन शीतकाल स्थलों के दर्शन से भी वही पुण्य प्राप्त होता है, जो नियमित यात्रा के दौरान होता है। शीतकाल में श्री केदारनाथ की ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में, बदरीनाथ की पाण्डुकेश्वर और नृसिंह मंदिर ज्योर्तिमठ में, यमुनोत्री के खरसाली और गंगोत्री के मुखवा में पूजा अर्चना होती है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगौली, श्री विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक श्री ए.पी. अंशुमान और उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।