मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नवी मुंबई में आयोजित ‘मुम्बई कौथिग सीजन-15’ में प्रतिभाग कर कौथिग का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आयोजकों को सफल आयोजन के लिए शुभकामना दी।
उन्होंने कहा कि इस बार का कौथिग उत्तराखण्ड के पर्यटन, विकास और स्वरोजगार को समर्पित है। यह अद्वितीय आयोजन जहां एक ओर पर्यटकों को उत्तराखण्ड की सुंदरता से परिचित कराएगा, वहीं प्रदेश के चहुंमुखी विकास और पर्यटन की अपार संभावनाओं को भी प्रमोट करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई कि पहाड़ों के लोक गीत, लोक नृत्य और संस्कृति के विविध रूप दर्शकों को देखने के लिए मिल रहे हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारी युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत की ताकत को पहचानेगी तथा इसके विस्तार के लिए आगे आएगी। उन्होंने कहा कि सागर और पर्वतों के बिना हमारी जीवनरूपी रेखा अधूरी है,हमारे उत्तराखण्ड के पहाड़, हमें कुछ न कुछ सीखने के लिए प्रेरित करते हैं। मुंबई और उत्तराखण्ड का यह संबंध हमें यह भी याद दिलाता है कि हम सभी, चाहे कहीं भी हों, एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारी सरकार लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। उत्तराखण्ड देश का नंबर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण जल्द ही वैश्विक पटल पर सबसे बड़े कल्चरल हब के रूप में जाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्थापना के इन 23 वर्षों में हमनें कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है, परन्तु राज्य के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य अभी भी दूर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना है।
इस अवसर पर देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेश राणा, मुख्य आयोजक भरत कुकरेती, धारचूला के विधायक श्री हरीश धामी आदि उपस्थित रहे।